तूने हिरो सो जन्म ग्वायो रे भजन बिना बावरे कबीर भजन लिरिक्स अनिल नागोरी


तूने हिरो सो जन्म ग्वायो रे भजन बिना बावरे

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कबीर भजन लिरिक्स: तूने हिरो सो जन्म ग्वायो रे
गायक: अनिल नागोरी भजन 
श्रेणी : चेतवानी भजन लिरिक्स


🙏 कबीर भजन लिरिक्स को विडियो के साथ देखे, समझने में आसानी रहेगी  🙏

साखी:

“काया माया पावनी, और कन्या घर होए
राखोड़ी रेवे नहीं, उठ चले पथ खोए”

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तूने हिरो सो जन्म ग्वायो रे, भजन बिना बावरे ||टेर||


तूने हिरो सो जन्म ग्वायो रे, भजन बिना बावरे ||टेर|| 

ना तू आयो सत री सत्संग में, ना कोई हरी गुन गायो
पछ पछ मरा बैल की नाही, सोह रियो, उट खायो रे

तूने हिरो सो जन्म ग्वायो रे, भजन बिना बावरे ||टेर||


ओ संसार हट बनिये की, सब जग सोदे आयो
चतुर माल सौगुनो किधो रे, मुर्ख मूल ग्वायो रे
भजन बिना बावरे

तूने हिरो सो जन्म ग्वायो रे, भजन बिना बावरे ||टेर||


ओ संसार फुल से मरगो, सुओ देख लुभायो
मारी चौच निकल गयी रुई, सिर धुन पछतायो रे
भजन बिना बावरे

तूने हिरो सो जन्म ग्वायो रे, भजन बिना बावरे ||टेर||


ओ संसार माया रो लोभी, ममता रो मेल चुनायो
कहत कबीर सुनो भाई साधू, हाथ कुछ नहीं आयो रे
भजन बिना बावरे

तूने हिरो सो जन्म ग्वायो रे, भजन बिना बावरे ||टेर||


|| कबीर साहेब की जय हो || 

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तूने हिरो सो जन्म ग्वायो रे भजन बिना बावरे भजन:

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