अब कैसे होवे जग में जिवणो म्हारी हेली भजन लिरिक्स | Heli Bhajan Rajasthani


अब कैसे होवे जग में जिवणो म्हारी हेली भजन लिरिक्स


 हेली भजन लिरिक्स राजस्थानी:

हेली इस भजन में आत्मा को बोला गया है और कबीर दास जी महाराज समझा रहे है की अब कैसे होगा इस दुनिया में जीना मारी हेली क्यों की अब तो सतगुरु के शब्द रूपी तीर मेरे दिल पे लग गये है मारी हेली अब तो दिन रात लगन लग गयी है अपने पियु  (परमात्मा) से मिलने की | कुछ भी अच्छा नहीं लगता है संसार का सारा भोग विलाश मोह माया सब फीका लगने लगा है मारी हेली अब तो पियु मिलन की प्यास में ही आनंद है |


हेली भजन लिरिक्स राजस्थानी आत्मबोध भजन है जिसमें बात अपने अन्दर की आत्मा को समझाने की हो रही है  कबीर दास जी महाराज यही समझा रहे है की अपने आत्म सुख का अनुभव करो और अपने आत्मा की पहचान करो, और यह सुख मिल गया तो आप को संसार के सारे नशे फीके लगेगे और आप इस मतलबी दुनिया और इस भवसागर में रह कर भी अलिप्त रहोगे संसार के सारे माया जाल से


भजन क सबक एक लाइन में: आत्मा की पहचान करो अपने सतगुरु के शब्दों को परखो और जीवन में उतारो तो आप को आत्म सुख का अनुभव होगा और इसी सुख के लिए हमने यह जीवन लिया है |


.........................................................................................................................................

 भजन दोहा:

शब्दों मारा मर गया, शब्दों छोडीया राज
जिण नर शब्द विचारीया जिण रा सरिया काज
लागी लागी सब केवे, लागी नहीं रे लगार
लागी दास कबीर के वा निकली आरम पार

.........................................................................................................................................

हेली भजन लिरिक्स राजस्थानी


अब कैसे होवे जग में जीवना मारी हेली
लागा शब्दों रा बाण, हेली लागा बिरह का बाण


 घर गया तो कामन लडे मारी हेली
भाई रे गिना ना बिन हेली


ओ ज्यारा मूल सत घरे नहीं मारी हेली 
नैनों सु ढडी रहो नीर मारी हेली  


अब क्यों होवे जग में जीवना मारी हेली,
लागा शब्दों रा बाण रे,  लागा बिरह का बाण  ||टेर||


कर जोड़ कामन खडी, मारी हेली ओडन बहु रंग शीर
सतगुरु सा मिलिया मने सागड़ी मारी हेली ओ *२
साची बताई धीर रे  


अब क्यों होवे जग में जीवना मारी हेली,
लागा शब्दों रा बाण रे, लागा बिरह का बाण  ||टेर||


कही तो बादलियो री छाव मारी हेली
काही तो नुगरो री प्रीत रे हेली

काई तो नाडोलिया में नावनो मारी हेली
पडियो समंदर में शीर रे हेली

हर दरीया अखंड नीर भरा मारी हेली
हंसा चुगे नित हीर रे हंसा छुगे नित हिरा

ओ शब्द कह वाडू संग ले चलो मारी हेली
सत सत भने रे कबीर


अब क्यों होवे जग में जीवना  हेली,
लागा शब्दों रा बाण रे, लागा बिरह का बाण  ||टेर||


.........................................................................................................................................

हेली भजन लिरिक्स विडियो भजन






धन्यवाद मित्रो पूरा भजन देखने और सुनने के लिए कुछ त्रुटी हो गयी हो तो माफ़ करे, आप से निवेदन है की आप हमें बाताये निचे कमेंट बॉक्स में की आप को कोनसे भजन की लिरिक्स और भावार्थ समझना है




यह निर्गुणी भजन भी देखे

1. हंसा बेगम की गम कर रे हंसा 
२. अजर अमर घर पाया 
3. सतगुरु बनिया वेदिया 
४. हेली मारी निर्भय रहना 






Post a Comment

3 Comments

  1. इसमें जैसे भाई कोंन है
    कामण कोंन है
    ऐसे शब्दो को पुरा खोले
    धन्यवाद ।।🌷🙏🙏🌷

    ReplyDelete
    Replies
    1. Bhai woh ishwar tatva hain jo apke andar virajmaan hai aur kaman , kaam vashna Jo humko iss Maya roopi swapan mein baar baar kaman ke vansh bhogo bhogne ki iccha se Janam Maran se chakkar mein dalti rahti hai

      Delete
  2. Bhai us jeevaatma ko kaha jo ishwariya tatva hai , aur kaman ... hamare bhog ki iccha ko kaha hai jo baar baar janam Maran ke chakkar mein humko apni maaya se bandhe huye hai

    ReplyDelete