मत ले जीवड़ा नींद हरामी भजन लिरिक्स कबीर चेतवानी भजन लिरिक्स

मत ले जीवड़ा नींद हरामी भजन लिरिक्स चेतवानी भजन  



कबीर भजन, चेतवानी भजन लिरिक्स को पढने से पहले विडियो को प्ले करे, आप को समझने में आसानी होगी और चेतावनी कबीर भजन लिरिक्स का आनंद भी आएगा | धन्यवाद 


दोहा:


चार दिनों की चाँदनी, ओ झुटो संसार
सुरता तू पीहर बसी भूल गयी भरतार

_______________________________



मत ले रे जीवड़ा नींद हरामी, नींद आलसी
थोडा जीवना के खातीर क्यों सोवे
थोडा जीवना के खातीर काई सोवे, मनक जमारो ने एडो खोवे


मत ले रे जीवड़ा नींद हरामी, नींद आलसी
थोडा जीवना के खातीर क्यों सोवे ||टेर||


खुद रा तो घर में घोर अंधेरो, परघर दिवला काई जोवे *२
मत ले रे जीवड़ा नींद हरामी, नींद आलसी
थोडा जीवना के खातीर क्यों सोवे ||टेर||


थारा घट में तो खान हीरा की, कर्म कातरी ने काई रोवे
मत ले रे जीवड़ा नींद हरामी, नींद आलसी
थोडा जीवना के खातीर क्यों सोवे ||टेर||


थारा घट माई ने तो बाग़ चन्दन को, बिज बावलिया रो क्यों बोवे
मत ले रे जीवड़ा नींद हरामी, नींद आलसी
थोडा जीवना के खातीर क्यों सोवे ||टेर||


थारा घट में तो खान हीरा की, कर्म काकरी ने क्यों रोवे
मत ले रे जीवड़ा नींद हरामी, नींद आलसी
थोडा जीवना के खातीर क्यों सोवे ||टेर||


थारा घट में तो समुद्र भरा है, कादा में कपड़ा काई धोबे
मत ले रे जीवड़ा नींद हरामी, नींद आलसी
थोडा जीवना के खातीर क्यों सोवे ||टेर||




कहत कबीर साहेब ने तो रट ले, अंत समय पडियो रोवे
मत ले रे जीवड़ा नींद हरामी, नींद आलसी
थोडा जीवना के खातीर क्यों सोवे ||टेर||



|| कबीर साहेब की जय हो ||
______________________________________________________

मत ले जीवड़ा नींद हरामी विडियो भजन लिरिक्स:


Man Le Re Jivda Neend Harami by Rajkumar Saini







धन्यवाद, पसंद आये तो शेयर करे अपनों के साथ और जाग्रत करे मानव जाती को, समय है इश्वर का नाम ले लो 
सच में यह कबीर चेतवानी भजन है दिल से सुने तो अपनी आत्मा जाग्रत हो जाती है | अपनी और अपनों की आत्मा जाग्रत करे, हरी नाम में लगाए , और जल्द से जल्द मोक्ष प्राप्त करे हमारी यही सुद्ध इच्छा है 
धन्यवाद 


यह कबीर भजन भी देखे:






Post a Comment

0 Comments