सांच बराबर तप नहीं झूठ बराबर पाप जाके हिरदै सांच है ताके हृदय आप  लिरिक्स अनिल नागोरी
सत्संग अमर जड़ी भजन लिरिक्स राजस्थानी प्रकाश दास जी महाराज
घणा दिन सो लियो रे अब तो जाग मुसाफिर जाग चेतवानी कबीर भजन लिरिक्स
तूने हिरो सो जन्म ग्वायो रे भजन बिना बावरे कबीर भजन लिरिक्स अनिल नागोरी
बिणजारी ऐ हँस हंस बोल प्यारी प्यारी बोल बाता थारी रह जासी मारवाड़ी भजन लिरिक्स हिंदी नीता नायक