नाई बाई भजन लिरिक्स: भरदे मायरो सांवरिया नानी बाई को
गायक: देवीदासजी वैष्णव
🙏 नानी बाई भजन लिरिक्स को विडियो के साथ देखे, समझने में आसानी रहेगी 🙏
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|| राधे गिरधारी की जय हो ||
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आरे आसरो छोड़ आसरो लीणो कवर कन्हिया को
हें बनवारी आज म्हारो, भरदे नेनी बाई रो मायरो ||टेर||
असुर शारू भक्त उबारन चार वेद महिमा गाई
जहा भीड़ पड़ी भक्तो पर तहा तहा आप करी सहाई
प्रथ्वी लाकर स्ष्ट्री रचाई, बार हो सतयुग माई
असुर मार प्रहलाद बचायो, प्रकट भयो खब्मे माई
बावनी बन बली छल लीणो, कियो काम ठगाई को
बनवारी आज म्हारो, भरदे नेनी बाई रो
मायरो
आरे आसरो छोड़ आसरो लीणो कवर कन्हिया को
हें बनवारी आज म्हारो, भरदे नेनी बाई रो मायरो ||टेर||
कच्छ मच्छ अवतार धार कर, सुर नर की इच्छा पूरी
आधी रेन गजराज पुकारियो, गुरुड छोड़ पहुचे हरी
भस्मा सुर को भसम कियो तब सुन्दर रूप बने हरी
नारद की नारी छल लीनी जाकर आप चढ़ चवरी
असुर से अम्रत ले लीणो कीनो वेस लुगाई को
हें बनवारी, हें गिरधारी आज
भरनो मायरो नेनी बाई को
आरे आसरो छोड़ आसरो लीणो कवर कन्हिया को
हें बनवारी आज म्हारो, भरदे नेनी बाई रो मायरो ||टेर||
परशुराम श्री राम चन्द्र हो गोतम की नारी तारी
भीलनी के फल झूट खाए,संका व्याग दिनी सारी
कर्मा के घर खिचड खायो तार अधम गनिको नारी
सेन भक्त रा सासा मेटिया रूप बनायो हरी नाई रो
हें बनवारी, हें गिरधारी आज
भरनो मायरो नेनी बाई को
आरे आसरो छोड़ आसरो लीणो कवर कन्हिया को
हें बनवारी आज म्हारो, भरदे नेनी बाई रो मायरो ||टेर||
नामदेव, रैदास, कबिरो, धनो भक्त को खेत भरियो
दुर्योधन का मेवा त्याग्या संग विदुर घर पान कियो
प्रीत लगाकर गोपी टार गई मीरा बाई काज सर्गो
चीर बढायो द्रोपती को, दुशाषण को मान घाटियों
कहे नर्सिलो सुनो सावरो करदो काम भलाई को
हें गिरधारी ये सावरा आज मायरो भरनो नेनी बाई को
आरे आसरो छोड़ आसरो लीणो कवर कन्हिया को
हें बनवारी आज म्हारो, भरदे नेनी बाई रो मायरो ||टेर||
भरदे मायरो सांवरिया नानी बाई को:
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