गणपति वंदना भजन लिरिक्स | गजानन्द भजन लिरिक्स | सभी न्यू और ओल्ड भजनों की लिरिक्स | फ्री download

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 में थानो सिमरु गजानंद देवा भजन लिरिक्स 

नमस्कार सभी मित्रो


 आज में आप को बोहत ही बढ़िया भजन को लिख कर समझने वाला हु पसंद आये तो अपने मित्रो और परिवार जनो के साथ शेयर करे। और हम कोशिश कर रहे है की हमारे राजस्थान और मारवाड़ के जितने भी भजन है जो बोहत वर्षों से पीढ़ी दर पीढ़ी चले आ रहे है | अब यह सब अनोखे और खूबसूरत भजन समय के साथ लुप्त होते दिख रहे है हमारे समज से | तो हम राजस्थानी भजन वेबसाइट वालो की एक कोशिश है और आप सब लोगो को मिल के इससे साकार करना होगा | 


वैसे देखा जाये तो हमारे यहाँ के प्रचलित भजनो को आध्यात्मिक दरसतिकोण से काफी महत्त्व दिया गया है।  पर आज के युग में जहा टेक्नोलॉजी का जमाना है और बॉलीवुड हॉलीवुड का जमाना है।  हमारे बच्चो की रूचि बोहत काम हो गयी है हमरी  सस्कृति  के प्रति।  हमारा ये कर्तव्य है की हम कुछ ऐसा करे की आज की युवा पीढ़ी का ध्यान हम आध्यत्म में दाल सके। 


आज की में बात करू तो सभी भजन सत्सग जागरण एक नाटक जैसा हो गया है सब लोग आते तो है पर सिर्फ मनोरंजन के भाव से | और असल बात  तो ये है की 99 . 99 % लोगो को भजन में क्या बोलै यही नहीं पता चलता बस मनोरंजन किया और घर चले जाते है।  


इसीलिए हम आज लेकर आये है भजनो की लिरिक्स 





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ganesh vandna
                                         


में थानो सिमरु गजानंद देवा भजन लिरिक्स




 वचनो रा पुरण वाला जिओ"

 में थानो सिमरु गजानंद देवा । ....... 
सरस्वती माता शारदा ने सिमरु। हिरदे करो उज्वला जिओ खोलो मारे हिवड़े रा ताला जिओ 
नींद डा निवारो भोलेनाथ री रे  जिओ ........................

जननी नहीं जायो उदार नहीं आयो , गवरी रो लाल कैहवायो जियो

में थानो सिमरु गजानंद देवा................2

हाथ पसारु हीरो हाथ नहीं आवे,  2 
मुठी में कोणी समावे जिओ 

में थानो सिमरु गजानंद देवा । ....... 
सरस्वती माता शारदा ने सिमरु। हिरदे करो उज्वला जिओ खोलो मारे हिवड़े रा ताला जिओ 
नींद डा निवारो भोलेनाथ री रे  जिओ

पानी सु पातलो पवन से भी झीनो सोभा वर्णी नहीं जावे जिओ 
में थानो सिमरु गजानंद देवा । ....... 
सरस्वती माता शारदा ने सिमरु। हिरदे करो उज्वला जिओ खोलो मारे हिवड़े रा ताला जिओ 
नींद डा निवारो भोलेनाथ री रे  जिओ। ......... 

मछिन्दर प्रताप जसी गोरख बोलो कृपा लजिया मोने ने वाली रखो ने जिओ 

में थानो सिमरु गजानंद देवा । ....... 
सरस्वती माता शारदा ने सिमरु। हिरदे करो उज्वला जिओ खोलो मारे हिवड़े रा ताला जिओ 
नींद डा निवारो भोलेनाथ री रे  जिओ". . . . . . 



. गजानद महाराज की जय । .. 




में थानो सिमरु गजानंद देवा विडियो भजन


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